मूलांक 7 का स्वामी ग्रह केतु है। जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी महीने की 7, 16, या 25 तारीख को हुआ हो, उनका मूलांक 7 होता है। यह मूलांक रहस्यमयता, गहरी सोच और आध्यात्मिकता का प्रतीक है। मूलांक 7 वाले लोग दार्शनिक प्रवृत्ति के होते हैं और अपने जीवन में सच्चाई और गहराई की तलाश करते हैं।  मूलांक 7 का स्वामी ग्रह केतु है कई विद्वान इसे नेपच्यून (वरुण) ग्रह का अंक तो कुछ इसे चंद्रमा का अंक भी मानते हैं मूलांक 7 वाले व्यक्ति मौलिकता, स्वतंत्र विचार-शक्ति तथा असामान्य व्यक्तित्व के मालिक होते हैं. ये शांत चित्त नहीं बैठ पाते सदैव कुछ न कुछ सोचते रहते हैं, ये सदैव बदलाव और यात्रा के लिए उत्सुक रहते हैं. इनमें अभिव्यक्ति की अच्छी क्षमता होती हैं. ये स्वतंत्र रूप से और निडरता से साफ साफ बात कहने वाले होते हैं. इनमे प्रबल आत्मविश्वास होता हैं। मूलांक 7 वाले समाज में प्रतिष्ठित हो्ते है लेकिन ये छोटी छोटी बातो पर ही चिड़चिडे हो जाते हैं और चिंता करके राइ का पहाड़ बना देते हैं। इन्हें अपनी इस प्रवृत्ति पर संयम पाना चाहिए।

यदि इनके शिक्षा की बात की जाय तो कला एवं गुप्त विद्या में इनकी अच्छी रुचि होती है। इनकी शिक्षा का स्तर अच्छा होता है हालांकि इनकी प्राथमिक शिक्षा का स्तर कुछ ढीला रह सकता है लेकिन धीरे-धीरे इनकी शिक्षा का स्तर सुधरता जाता है। हालांकि कुछ परीक्षाओं में इन्हें असफ़लता भी मिलती हैं लेकिन इनकी खोजी प्रवृत्ति इन्हें सफलता दिलाती है। ये ग्रंथों के ज्ञाता भी होते हैं।

यदि इनके आर्थिक स्थिति की बात की जाय तो अपनी मौलिकता के बल पर ये धन अर्जित करते हैं, लेकिन उसका संग्रह नहीं कर पाते सामान्य रूप से ये खर्च कम ही करते हैं. लेकिन दान पुण्य आदि में काफी धन खर्च कर देते हैं अत: इनकी आर्थिक स्थिति को सामान्य कहा जा सकता है।

यदि इनके सम्बंधों की बात की जाय तो सामान्यतय: मूलांक 7 वालों का भाई बहनों के साथ व्यवहार अच्छा होता है, ये ताउम्र भाई बहनों से आवश्यक वस्तुओ का लेनदेन करते रहते हैं. 

यदि विवाह या प्रेम संबंधों की बात की जाय इस अंक से प्रभावित जातक के प्रेम प्रेम सम्बन्ध अधिक स्थायी नहीं रहते शायद इनकी गंभीर प्रकृति इसमें आड़े आती है। ये प्रेम का दिखावा तो नहीं करते लेकिन इनके भीतर प्रेम खूब होता है। इनका वैवाहिक जीवन प्रायः सुखी रहता हैं। मूलांक 7 वाली कुछ स्त्रियां विवाह करने से बचना चाहती हैं।

यदि इनके कार्यक्षेत्र की बात की जाय तो मूलांक 7 वाले कल्पना-शक्ति व अभिव्यक्ति की अच्छी क्षमता के कारण कवि, लेखक व दार्शनिक के रूप में अधिक सफल रहते हैं. इसके अतिरिक्त डॉक्टर, अध्यापक, जज, सरकारी अधिकारी, ज्योतिषी आदि के रूप में भी ये कार्य करते देखे गए हैं।

यदि इनके स्वास्थ्य की बात की जाय तो मूलांक 7 वाले सामान्तः मानसिक रोगों से पीड़ित होते हैं, इसके आलावा कमजोरी, पाचन-दोष, रक्तचाप कम या ज्यादा होना, त्वचा रोग, नज़र कमजोर होना आदि रोगों से भी इन्हें परेशानी हो सकती है।

1. व्यक्तित्व (Personality)

  • ये लोग गहरी सोच और आत्मचिंतन में रुचि रखते हैं।

  • स्वभाव से स्वतंत्र और आत्मनिर्भर होते हैं।

  • इनका व्यक्तित्व रहस्यमय होता है, जिससे लोग इनके बारे में जानने की उत्सुकता रखते हैं।

  • ये गहरी आध्यात्मिकता और जीवन के रहस्यों को समझने की ओर प्रवृत्त होते हैं।

  • इनका दृष्टिकोण तार्किक और विश्लेषणात्मक होता है।

  • ये लोग सहज ज्ञान (Intuition) से संपन्न होते हैं और दूसरों की भावनाओं को आसानी से समझ सकते हैं।

2. गुण (Strengths)

  • गहरी सोच: ये जीवन के हर पहलू को गहराई से समझने की क्षमता रखते हैं।

  • आत्मनिर्भरता: अपनी समस्याओं को स्वयं हल करने में सक्षम होते हैं।

  • सहज ज्ञान: इनके पास अत्यधिक विकसित छठी इंद्रिय होती है।

  • रचनात्मकता: ये साहित्य, कला और शोध में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं।

  • धैर्य: कठिन परिस्थितियों में धैर्य बनाए रखते हैं।

  • आध्यात्मिकता: ये ईश्वर और जीवन के गूढ़ पहलुओं को समझने में रुचि रखते हैं।

3. कमजोरियाँ या चुनौतियाँ (Weaknesses or Challenges)

  • अत्यधिक एकांतप्रियता: ये लोग दूसरों से दूर रहना पसंद करते हैं।

  • आत्मविश्वास की कमी: कभी-कभी अपनी क्षमताओं पर संदेह कर सकते हैं।

  • अत्यधिक आलोचना: खुद और दूसरों के प्रति अत्यधिक आलोचनात्मक रवैया रखते हैं।

  • भावनात्मक अस्थिरता: गहरे भावनात्मक संघर्ष का सामना कर सकते हैं।

  • अनिश्चितता: अपने फैसलों में अनिर्णय की स्थिति में रहते हैं।

  • अत्यधिक विचारशीलता: सोचने में इतना व्यस्त हो सकते हैं कि निर्णय लेने में देरी कर देते हैं।

4. करियर (Career)

मूलांक 7 वाले लोगों के लिए करियर के ऐसे क्षेत्र उपयुक्त हैं जहां विश्लेषण, शोध और रचनात्मकता की आवश्यकता हो:

  • शोध और अनुसंधान: विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और मानविकी के क्षेत्रों में।

  • लेखन और साहित्य: ये लेखक, कवि, या पटकथा लेखक बन सकते हैं।

  • अध्यापन और परामर्श: शिक्षा और काउंसलिंग में सफलता प्राप्त करते हैं।

  • आध्यात्मिक मार्गदर्शन: गुरु, साधु, या आध्यात्मिक शिक्षक के रूप में।

  • मनोविज्ञान और ज्योतिष: इन क्षेत्रों में इनकी रुचि और दक्षता होती है।

  • फोटोग्राफी और फिल्म निर्माण: रचनात्मक क्षेत्र में भी ये उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं।

5. प्रेम और रिश्ते (Love and Relationships)

  • ये अपने साथी के प्रति वफादार और गहरे भावनात्मक होते हैं।

  • कभी-कभी अपनी अंतर्मुखता के कारण अपने साथी को अपनी भावनाओं के बारे में बताने में कठिनाई होती है।

  • अपने साथी से गहराई और सच्चाई की अपेक्षा रखते हैं।

  • रिश्तों में अपनी निजी जगह (Personal Space) की जरूरत महसूस करते हैं।

  • इन्हें अपने साथी को समझने और भावनात्मक संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता होती है।

6. स्वास्थ्य (Health)

  • इनका स्वास्थ्य अक्सर मानसिक स्थिति से जुड़ा होता है।

  • अत्यधिक सोचने के कारण तनाव और अनिद्रा की समस्या हो सकती है।

  • पेट और तंत्रिका तंत्र से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।

  • इन्हें नियमित ध्यान, योग, और प्राणायाम का अभ्यास करना चाहिए।

  • संतुलित आहार और अधिक पानी पीने की आदत अपनाएं।

7. सफलता के टिप्स (Success Tips)

  • आत्मविश्वास बढ़ाने पर ध्यान दें।

  • अपनी सोच को सकारात्मक बनाए रखें और अति-आलोचना से बचें।

  • रिश्तों में संतुलन बनाए रखें और अपने विचार दूसरों से साझा करें।

  • अपने ज्ञान और रचनात्मकता का उपयोग कर सही दिशा में कार्य करें।

  • अपने आध्यात्मिक और भौतिक जीवन में संतुलन बनाए रखें।

  • अपने लक्ष्यों को स्पष्ट करें और उन पर काम करें।

8. उपाय (Upay)

  • प्रतिदिन ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास करें।

  • केतु ग्रह के मंत्र "ॐ कें केतवे नमः" का जाप करें।

  • शनिवार के दिन गरीबों को कंबल, कपड़े, या भोजन का दान करें।

  • तांबे के लोटे में जल भरकर पीपल के पेड़ की जड़ में चढ़ाएं।

  • सफेद या काले तिल का दान करें।

  • केतु यंत्र की स्थापना करें और उसकी पूजा करें।

9. किसकी पूजा करें (Whom to Worship)

  • भगवान शिव:

    • भगवान शिव की पूजा और "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति और सकारात्मकता मिलती है।

  • भगवान गणेश:

    • भगवान गणेश की पूजा से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं।

  • मां दुर्गा:

    • मां दुर्गा की आराधना से साहस और शक्ति प्राप्त होती है।

10. रत्न (Stones)

  • लहसुनिया (Cat’s Eye):

    • केतु ग्रह को मजबूत करने के लिए लहसुनिया धारण करें।

    • इसे चांदी की अंगूठी में बुधवार या शनिवार के दिन दाएं हाथ की मध्यमा उंगली में धारण करें।

    • धारण करने से पहले इसे गंगाजल से शुद्ध करें और "ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।

11. शुभ रंग (Lucky Colors)

  • सफेद (White): यह रंग शांति और पवित्रता का प्रतीक है।

  • भूरा और ग्रे (Brown & Grey): ये रंग स्थिरता और गहराई को दर्शाते हैं।

  • अपने दैनिक जीवन में सफेद, ग्रे, और भूरे रंग के वस्त्र या सजावट का उपयोग करें।

मूलांक 7 वाले लोग गहरी सोच और आध्यात्मिकता के प्रेमी होते हैं। ये आत्मनिर्भर, तार्किक, और रचनात्मक व्यक्तित्व के धनी होते हैं। हालांकि, इन्हें अपनी कमजोरियों जैसे आत्मविश्वास की कमी और भावनात्मक अस्थिरता पर काम करना चाहिए। अपनी सहज ज्ञान और गहराई का उपयोग करके ये जीवन में अद्भुत सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

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