चीन में HMPV के हालिया प्रकोप ने इस वायरस की संभावित गंभीरता को फिर से उजागर किया है, खासकर कमजोर समूहों में। अधिकांश संक्रमण 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में हुए, जिनमें से कई मामलों में उनकी गंभीरता के कारण अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता थी। ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) श्वसन संबंधी सामान्य बीमारियों में से एक है, जो मनुष्यों में सामान्य सर्दी के लिए जिम्मेदार है। यह पैरामाइक्सोविरिडे परिवार से संबंधित है, जो खसरा और कण्ठमाला पैदा करने वाले वायरस से निकटता से जुड़ा हुआ है। यह वायरस ऊपरी और निचले श्वसन पथ को संक्रमित करता है।HMPV की खोज सबसे पहले 2001 की शुरुआत में नीदरलैंड में की गई थी, लेकिन यह दुनिया भर में भी पाया गया। यह वायरस आम तौर पर उन लोगों की श्वसन बूंदों द्वारा फैलता है जो वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। यह वायरस 5 साल से कम उम्र के बच्चों को तेजी से संक्रमित कर रहा है। निचले और ऊपरी मार्ग के संक्रमण से निमोनिया और ब्रोंकाइटिस हो सकता है, साथ ही अस्थमा की तीव्र स्थिति भी हो सकती है।

कारण

HMPV एक रिस्पीरेटरी वायरस है जो रिस्पीरेटरी ट्रैक्ट को अनुभावित करता है। यह वायरस प्रमुख रूप से बच्चों, बुढ़ियों और उन लोगों को प्रभावित करता है जिनकी प्रतिरक्षा शक्ति कम हो।

रक्षा और तैयारी

  1. ध्यान रखें: बीमार लोगों से नजदीक नहीं आने की कोशिश करें।

  2. हाथ धोएं: नियमित रूप से हाथ धोना और साबुन लगाना।

  3. स्वच्छ वातावरण: रोगी के आस-पास के क्षेत्र को साफ-सफाई करें।

  4. वैक्सीन: अभ्यास के लिए वैक्सीन नहीं है, इसलिए अधिक ध्यान रखें अन्य रोकथाम उपायों को अपनाएं।

परिचय

मानव मेटाप्न्यूमोवायरस (HMPV) एक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। यह विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और उन व्यक्तियों को प्रभावित करता है जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। इस वायरस को पहली बार 2001 में नीदरलैंड में पहचाना गया था।

कारण

HMPV पैरामिक्सोविरिडे परिवार के मेटाप्न्यूमोवायरस जीनस का सदस्य है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के श्वसन स्राव (जैसे खांसी, छींक) के संपर्क में आने से फैलता है। संक्रमित सतहों को छूने और फिर अपनी नाक या मुंह को छूने से भी यह वायरस फैल सकता है।

लक्षण

HMPV संक्रमण के लक्षण विविध हो सकते हैं, लेकिन मुख्य रूप से इसमें शामिल हैं:

  1. खांसी और छींक

  2. जुकाम

  3. गले में खराश

  4. बुखार

  5. श्वसन कठिनाई - गंभीर मामलों में।

  6. थकावट और कमजोरी

रोकथाम और सुरक्षा

  1. स्वच्छता का ध्यान रखें: नियमित रूप से हाथ धोएं और स्वच्छता बनाए रखें।

  2. संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें: बिमार व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचें।

  3. सतहों की सफाई: घर और सार्वजनिक स्थलों की साफ-सफाई करें।

  4. श्वसन शिष्टाचार: खांसते या छींकते समय मुँह और नाक को ढकें।

इलाज

HMPV के लिए कोई विशिष्ट antiviral इलाज नहीं है। इलाज मुख्य रूप से लक्षणों को कम करने और आराम प्रदान करने पर केंद्रित होता है, जैसे:

  1. बुखार और दर्द के लिए: पैरासिटामोल या इबुप्रोफेन।

  2. जलयोजन: शरीर में पानी की कमी न होने दें।

  3. आराम: पर्याप्त नींद और आराम लेना।

HMPV बनाम कोरोना वायरस (COVID-19)

HMPV और COVID-19 दोनों ही श्वसन वायरस हैं, लेकिन इनमें कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं:

  1. वैक्सीन: COVID-19 के लिए वैक्सीन उपलब्ध है, जबकि HMPV के लिए नहीं।

  2. लक्षण: दोनों के लक्षण समान हो सकते हैं, लेकिन COVID-19 के लक्षण अधिक गंभीर हो सकते हैं और इसका प्रसार तेजी से होता है।

  3. प्रभाव: HMPV आमतौर पर बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करता है, जबकि COVID-19 सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करता है।

आंकड़े और विश्लेषण

HMPV संक्रमण विश्वभर में फैला हुआ है और हर साल विशेष रूप से शीतकालीन मौसम में देखा जाता है। विश्लेषण के अनुसार, यह संक्रमण 4-16% तक के मामलों में आम श्वसन रोग का कारण बनता है। HMPV संक्रमण की घटनाएं आमतौर पर दिसंबर से अप्रैल के बीच चरम पर होती हैं।

समाज पर प्रभाव

HMPV का समाज पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है, विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों में अस्पताल में भर्ती होने की दर बढ़ जाती है। यह संक्रमण बच्चों में निमोनिया और ब्रोन्कियोलाइटिस के प्रमुख कारणों में से एक है। बुढ़ापे में, यह संक्रमण फेफड़ों की जटिलताओं और पुरानी श्वसन रोगों की वृद्धि का कारण बन सकता है।

अध्ययन और अनुसंधान

HMPV के अध्ययन और अनुसंधान के क्षेत्र में कई प्रगति हो चुकी हैं। वैज्ञानिक इस वायरस के जीवन चक्र, संरचना और संक्रमण के तरीकों को समझने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ ही, नई वैक्सीन और एंटीवायरल दवाओं के विकास के लिए अनुसंधान जारी है।

HMPV के लक्षण अन्य श्वसन संक्रमणों के परीक्षणों से मिलते-जुलते हैं, जिससे सटीक निदान विशिष्ट प्रयोगशाला परीक्षण पर निर्भर करता है

  1. HMPV PCR परीक्षण: यह आणविक परीक्षण उच्च सटीकता के साथ वायरस की आनुवंशिक सामग्री का पता लगाता है और इसे HMPV के निदान के लिए स्वर्ण मानक माना जाता है

  2. रैपिड एंटीजन परीक्षण: ये PCR परीक्षण की तुलना में तेज़ परिणाम देते हैं लेकिन संवेदनशील होते हैं

  3. ब्रोंकोस्कोपी: फेफड़ों के वायुमार्ग में परिवर्तन देखने के लिए

मानव मेटाप्न्यूमोवायरस (HMPV) एक गंभीर श्वसन संक्रमण है जो विशेष रूप से कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है। स्वच्छता और सुरक्षा के उपायों को अपनाने से इसके प्रसार को कम किया जा सकता है। हालांकि HMPV के लिए अभी तक कोई विशिष्ट वैक्सीन या एंटीवायरल इलाज नहीं है, लेकिन इस पर अनुसंधान जारी है और भविष्य में इसके लिए बेहतर समाधान उपलब्ध होने की संभावना है।

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